जिन्दगीं में हम सब कुछ हासिल कर सकते है , अगर हमारा दिशा सही हो , अगर हमारी पहली कदम सही हो, पर हर किसी को ये पता नहीं होता है। ज़िन्दगी हमें उतना ही देती है जितना हम उसे पाने में मेहनत करते है, सफल होने की कोई तरकीब नहीं होती।
अगर आप अपने सभी सपने को पूरा करना चाहते हो तो उसके लिए आपको पूरी ईमानदारी से मेहनत करनी होगी और अपने Life में Goal को Set करे। मैंने अपने ब्लॉग में लिख चूका हूं Goal Setting क्या है और इसके क्या-क्या फायदे है।
स्मार्ट गोल सेटिंग क्या है?
स्मार्ट गोल सेटिंग में लक्ष्यों को स्पष्ट, मापनीय, साहसिक, यथार्थवादी और समयबद्ध बनाया जाता है। हिंदी में स्मार्ट गोल सेटिंग के फायदे, तरीके और टिप्स जानें।
आज मै बताने वाला हूँ किस तरह से Goal को Set करे जिसे पूरी होने की Chances ज्यादा हो। किसी भी Goal का Smart होना बहुत जरुरी है। आपको एक Smart Goal Set करनी होगी।
स्मार्ट गोल क्या होते हैं?
तो चलिए Smart goal की परिभासा से आपको परिचित कराता हूँ और ये भी बताऊंगा कैसे smart goal set करे जिससे आपके सपने पुरे हो।
S = Specific
Smart Goal में Specific का मतलब होता है Defined and Clear , आपको उस तरह की गोल सेट करनी होगी जो पूरी तरह से Clear हो।
उदाहरण के लिए :- यदि आप चाहते हो अपने दोस्तों के साथ अगले महीने पिकनिक पर जाना , तो उसके लिए आपको वो तारीख भी मेंशन करनी होगी अपनी गोल में, इससे होता क्या है आप अपने द्वारा फिक्स की गयी date के अनुसार योजना बना पाओगे।
इसी तरह से आप अपनी सभी goal को smart बना सकते हो। जो कुछ भी हो आपकी goal बस उसे स्पेसिफिक बनाइये। बहोत सारे सोध से ये निष्कर्ष निकल चूका है स्पेसिफिक गोल की पूरी होने की chances ज्यादा होती है।
M = Measurable
Goal का measurable होना भी जरूरी है, इसका मतलब होता है सही पैमाना जिसे आप खुद आंक सकते हो।
उदहारण के लिए :- अगर आप चाहते हो अपना वजन बढ़ाना , तो आपको ये भी लिखना होगा आप कितने दिन में कितना वजन बढ़ाना चाहते हो। अगर अपने set किया है , 2 महीने में 5 kg बढ़ाना है। ये है measurable जिसे अप खुद आंक सकते हो।
A = Achievable
Smart Goal ऐसी भी होनी चाहिए जिसे हम Achieve कर सकते है मतलब उसे पा सकते है । मेरे कहने का तात्पर्य है अगर आप एक ऐसे गोल की Setting कर लेते हो जिसकी जानकारी आपको बिलकुल भी न हो तो ये आपको परेसान करेगी और तनाव भी बढेगा ।
ज्यादा आसान Goal भी Set ना करे इससे आपके अन्दर की पोटेंशियल बाहर नहीं आएगी, ठीक उसी तरह कोई कठिन Goal भी Set ना करे जिसे आप Achieve ही नहीं कर सकते।
उदाहरन के लिए: अगर आपको singing पसंद है और आप सीखे हुए भी तो उस स्थिति मे आप set कर सकते हो मै एक कामयाब सिंगर बनुंगा । ठीक इसी तरह आप अपनी खूबी के अनुसार अपनी - अपनी गोल set कर लीजिये।
R = Relevant
Relevant का यहाँ अर्थ है एक दुसरे के अनुरूप मिलता जुलता । मै आपको ये स्पष्ट कर दूँ , आपकी goal आपके interest के अनुसार ही होनी चाहिए।
उदहारण के लिए :- आपको क्रिकेट बहुत पसंद है औरत आप अच्छा भी खेलते हो लेकिन आप बनना चाहते हो एक writer तो इस स्थिति में होगा क्या आप उस कार्य को पूरा करने में बोर फील करोगे क्यों की ये आपके life में interest नहीं रखता है।
मगर आप एक क्रिकेटर बनना चाहोगे तो जरुर बन सकते हो क्यों आपको क्रिकेट पसंद है जिससे आप कभी बोर फील नहीं करोगे और कामयाब बन्ने की chances भी ज्यादा होगी।
T = Time Bound
आपके हर गोल के लिए एक निश्चित Deadline अर्थात अंतिम तिथि तय होनी चाहिए । आप अपने कार्य के अनुसार Deadline Fix कर सकते हो ।
इस बात का ध्यान रखे कार्य के अनुरूप ही Deadline को Fix करे ऐसा नहीं होना चाहिए कोई Assignment है जो 10 दिन में पूरी हो सकती है और उसके लिए आप 1 महीने का Deadline Fix के लेते हो ।
इससे आप आलसी बन जाओगे, अपने ब्रेन का उपयोग कर के अप एक सटीक Deadline को तय कर ले जो आपके लिए बेहतर हो।
स्मार्ट गोल सेटिंग के लाभ
उदहारण के लिए: मै 2० दिन में 50 पृष्ठ की एक पुष्तक लिखूंगा। इस तरह से आप अपने लिए Smart Goal का चयन कर सकते हो , और उसे पाने के लिए दिल से और इमानदारी के साथ मेहनत करे। फिर आपको कोई नहीं रोक सकता आपके सपने पुरे होने से।